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कंप्यूटर नोट्स

Computer एक ऐसा Electronic Device है जो User द्वारा Input किये गए Data में प्रक्रिया करके. सूचनाओं को Result के रूप में प्रदान करता है, अर्थात् Computer एक Electronic Machine है जो User द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करती हैं। इसमें डेटा को स्टोर, पुनर्प्राप्त और प्रोसेस करने की क्षमता होती है। आप दस्तावेजों की टाइप करने, ईमेल भेजने, गेम खेलने और वेब ब्राउज़ करने के लिए कंप्यूटर का उपयोग कर सकते हैं आप स्प्रेडशीट्स, प्रस्तुतियों और यहां तक कि वीडियो बनाने के लिए इसका उपयोग भी कर सकते हैं।

Computer System Concept (कंप्यूटर की अवधारणा)

कंप्यूटर सिस्टम हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का एक संयोजन है। कंप्यूटर के भौतिक और मूर्त भागों / घटकों को देखा और स्पर्श किया जा सकता है जिन्हें हार्डवेयर के रूप में जाना जाता है। हार्डवेयर में कंप्यूटर सिस्टम के भौतिक घटक होते हैं जैसे इनपुट डिवाइस (कीबोर्ड, माउस, स्कैनर, आदि), आउटपुट डिवाइस (मॉनिटर, प्रिंटर, स्पीकर इत्यादि), प्रोसेसिंग डिवाइस (सीपीयू) और स्टोरेज डिवाइस कॉम्पैक्ट डिस्क हार्ड डिस्क, डीवीडी, आदि।

सॉफ्टवेयर जन प्रोग्राम्स और निर्देशों का सेट

 कंप्यूटर सिस्टम अपने आप कुछ नहीं कर सकता है। कंप्यूटर वही कार्य करता है जो यूजर द्वारा उसे निर्देश दिया जाता है कंप्यूटर में लिखे गए प्रोग्रामों को कंप्यूटर द्वारा समझी जाने वाली भाषा में लिखा जाता है।

एक या एक से अधिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए कार्यरत इकाइयों के समूह को एक "System" कहते हैं। जैसे Hospital एक System है जिसकी इकाइया ( units) Doctor Nurse, Medical, Treatment, Operation, Peasant आदि हैं । इसी प्रकार Computer भी एक System के रूप में कार्य करता है जिसके निम्नलिखित भाग हैं।

Hardware

• Software

• User

Software

Computer के वे भाग जिन्हें हम छू नहीं सकते सिर्फ देख सकते हैं सॉफ्टवेयर ( Software) कहलाते हैं। जैसे MS Word, MS Excel, MS PowerPoint, Photoshop, PageMaker etc.

Hardware

Computer के वे भाग जिन्हें हम छू सकते है देख सकते है Hardware कहलाते हैं। जैसे-Keyboard, Mouse, Printer, Scanner, Monitor, C.P.U. etc.

User

वे व्यक्ति जो Computer को चलाते है Operate करते हैं और Result को प्राप्त करते है, User कहलाते हैं।

सरल शब्दों में सारांश (Summary Words)

1. एक या एक से अधिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए कार्यरत इकाइयों के समूह को "सिस्टम" कहा जाता हैं।

2. कम्प्यूटर के वे भाग जिन्हें हम छू सकते हैं तथा देख सकते हैं हार्डवेयर कहलाते हैं।

3. कम्प्यूटर के वे भाग जिन्हें हम छू नहीं सकते हैं सिर्फ देख सकते हैं सॉफ्टवेयर कहलाते हैं।

4. वे व्यक्ति जो कम्प्यूटर को चलाते हैं और रिजल्ट को प्राप्त करते हैं, यूजर कहलाते हैं।

 5. हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर एवं यूजर ये तीनों ही कम्प्यूटर सिस्टम के मुख्य भाग होते


 कंप्यूटर क्या हैं ? (What is Computer)

Computer एक ऐसा Electronic Device है जो User द्वारा Input किये गए Data में प्रक्रिया करके सूचनाओ को Result के रूप में प्रदान करता है, अर्थात् Computer एक Electronic Machine है जो User द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करती हैं।

Input

Mouse, keyboard, Scanner Joystick, Mic, Webcam

Process

CPU or Processor

Output

Monitor, Printer

Features / Characteristics of Computer (कंप्यूटर की विशेषताये)


Speed (गति)

आप पैदल चल कर कही भी जा सकते है फिर भी साईकिल, स्कूटर या कार का इस्तेमाल करते है ताकि आप किसी भी कार्य को तेजी से कर सके Machine

 की सहायता से आप कार्य की Speed बड़ा सकते है इसी प्रकार Computer किसी भी कार्य को बहुत तेजी से कर सकता है Computer कुछ ही Second में गुणा, भाग, जोड़, घटाना जैसी लाखो क्रियाएँ कर सकता है यदि आपको 500*44 का मान जात करना है

आप 1 या 2 Minute लेंगे यही कार्य कैलकुलेटर से B रे तो वह लगभग 1 या 2 Second का समय लेगा पर कंप्यूटर ऐसी लाखों गणनाओ को कुछ ही सेकंड में कर सकता हैं।

Automation (स्वचालन)

हम अपने दैनिक जीवन में कई प्रकार की स्वचलित मशीनों का Use करते है Computer भी अपना पूरा कार्य स्वचलित (Automatic) तरीके से करता है कंप्यूटर अपना कार्य, प्रोग्राम के एक बार लोड हो जाने पर स्वतः करता रहता हैं।

Accuracy (शुद्धता)

Computer अपना सारा कार्य बिना किसी गलती के करता है यदि आपको 10 अलग-अलग संख्याओं का गुणा करने के लिए कहा जाए तो आप इसमें कई बार गलती करेंगे। लेकिन साधारणत: Computer किसी भी Process को बिना किसी गलती के पूर्ण कर सकताहै Computer द्वारा गलती किये जाने का सबसे बड़ा कारण गलत Data Input करना होता है क्योकि Computer स्वयं कभी कोई गलती नहीं करता है।

Versatility (सार्वभौमिकता)

Computer अपनी सार्वभौमिकता के कारण बढ़ी तेजी से सारी दुनिया में अपना प्रभुत्व जमा रहा है। Computer गणितीय कार्यों को करने के साथ साथ व्यावसायिक कार्यों के लिए भी प्रयोग में लाया जाने लगा है। Computer का प्रयोग हर क्षेत्र में होने लगा है। जैसे- Bank, Railway Airport, Business, School etc.

High Storage Capacity (उच्च संग्रहण क्षमता)

एक Computer System में Data Store करने की क्षमता बहुत अधिक होती है Computer लाखो शब्दों को बहुत कम जगह में Store करके रख सकता है यह सभी प्रकार के Data Picture, Files, Program, Games and Sound को कई बर्षो तक Store करके रख सकता है तथा बाद में हम कभी भी किसी भी सूचना को कुछ ही Second में प्राप्त कर सकते है तथा अपने Use में ला सकते है।

Diligence (कर्मठता)

आज मानव किसी कार्य को निरंतर कुछ ही घंटो तक करने में थक जाता है इसके ठीक विपरीत Computer किसी कार्य को निरंतर कई घंटो, दिनों, महीनो तक करने की क्षमता रखता है इसके बावजूद उसके कार्य करने की क्षमता में न तो कोई कमी आती है और न ही कार्य के परिणाम की शुद्धता घटती हैं। Computer किसी भी दिए गए कार्य को बिना किसी भेदभाव के करता है चाहे वह कार्य रुचिकर हो या न हो ।

 महत्त्वपूर्ण बातों को ही याद रखता है लेकिन Computer सभी बातें चाहे वह महत्वपूर्ण हो या ना हो सभी को Memory के अंदर Store करके रखता है तथा बाद में किसी भी सूचना की आवश्यकता पड़ने पर उपलब्ध कराता हैं।

सरल शब्दों में सारांश (Summary Words)

1. कम्प्यूटर एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो यूजर द्वारा इनपुट किये गए डाटा में प्रक्रिया करके सूचनाओं को परिणाम के रूप में प्रदान करता है।

Input Device a Device होते है जिनके द्वारा हम अपने डाटा या निर्देशों को Computer में Input करा सकते हैं। Computer में कई Input Device होते है ये Devices Computer के मस्तिष्क को निर्देशित करती है की वह क्या करे? Input Device कई रूप में उपलब्ध है तथा सभी के विशिष्ट उद्देश्य है टाइपिंग के लिये हमारे पास Keyboard होते है, जो हमारे निर्देशों को Type करते हैं।


2. कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन हैं जो यूजर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करती हैं।

3. कम्प्यूटर द्वारा गलती किये जाने का सबसे बड़ा कारण गलत डाटा इनपुट करना होता है।

4. कम्प्यूटर गणितीय कार्यों को करने के साथ साथ व्यावसायिक कार्यों के लिए भी प्रयोग में लाया जा सकता है।

5. हम किसी कम्प्यूटर सिस्टम में डाटा को कई वर्षों तक स्टोर करके रख सकते हैं तथा बाद में कभी भी कुछ ही सेकेण्ड में उस सूचना को प्राप्त कर सकते हैं।


*. Input Device

Input Device वे Device होते है जिनके द्वारा हम अपने डाटा या निर्देशों को Computer में Input करा सकते हैं। Computer में कई Input Device होते है ये Devices Computer के मस्तिष्क को निर्देशित करती है की वह क्या करें? Input Device कई रूप में उपलब्ध है तथा सभी के विशिष्ट उद्देश्य है टाइपिंग के लिये हमारे पास Keyboard होते है, जो हमारे निर्देशों को Type करते हैं।

Input Device वे Device है जो हमारे निर्देशों या आदेश को Computer के मष्तिष्क, सी.पी. यू. (C.P.U.) तक पहुचाते हैं। 

Input Device कई प्रकार के होते है जो निम्न प्रकार

Keyboard

• Mouse

• Joystick

• Trackball

Input Device के द्वारा प्राप्त निदशा का Computer में संग्रहण (Store) करके रखता है इसे Computer की याददाश भी कहाँ जाता है। मानव में कुछ बातों को याद रखने के लिये मष्तिस्क होता है, उसी प्रकार मेमोरी (Memory) हैं। यह मेमोरी C.P.U का अभिन्न अंग है, यह एक संग्राहक उपकरण (Storage Device) हैं। अत: इसे Computer की मुख्य मेमोरी (Main memory). आंतरिक मेमोरी (Internal Memory), या प्राथमिक मेमोरी ( Primary Memory) भी कहते हैं।

"Computer का वह स्थान जहाँ सभी सूचनाओ, आकडों या निर्देशों को Store करके रखा जाता है मेमोरी कहलाती हैं। "

C.U.

C.U. का पूरा नाम कंट्रोल यूनिट (Control Unit) होता हैं। C.U. हार्डवेयर कि क्रियाओं को नियंत्रित और संचालित करता हैं। यह Input, Output क्रियाओं को नियंत्रित (Control) करता है साथ ही Memory और A.L.U. के मध्य डाटा के आदान प्रदान को निर्देशित करता है यह प्रोग्राम (Program) को क्रियान्वित करने के लिये निर्देशों को मेमोरी से प्राप्त करता हैं। निर्देशों को विधुत संकेतों (Electric Signals) में परिवर्तित करके यह उचित डीवाइसेज तक पहचता है।

 Output Device

Output Device वे Device होते है जो User द्वारा इनपुट किये गए डाटा को Result के रूप में प्रदान करते हैं

Output Device के द्वारा कंप्यूटर से प्राप्त परिणामो (Result) को प्राप्त किया जाता है इन परिणामों को प्रायः डिस्प्ले डीवाइसेज (स्क्रीन) या प्रिंटर के द्वारा User को प्रस्तुत किया जाता हैं। मुख्य रूप से Output के रूप में प्राप्त सूचनाएं या तो हम स्क्रीन पार देख सकते है या प्रिंटर से पेज पर प्रिंट कर सकते है या संगीत सुनने के लिये आउटपुट के रूप में स्पीकर का उपयोग कर सकते हैं, Output Device कई प्रकार के होते है जैसे

Monitor

Printer

• Plotter

• Projector

• Sound Speaker


सरल शब्दों में सारांश (Summary Words)

1. इनपुट डिवाइस वे डिवाइस हैं जो हमारे निर्देशों या आदेशों को कम्प्यूटर के मष्तिष्क तक पहुचाते हैं।

2. इनपुट डिवाइस के डिवाइस होते हैं जिनके द्वारा हम अपने डाटा या निर्देशों को कम्प्यूटर में इनपुट करा सकते हैं।

3. आउटपुट डिवाइस में डिवाइस होते हैं जो यूजर द्वारा इनपुट किये गए डाटा को रिजल्ट के रूप में प्रदान करते हैं।

4. सी. पी. यू. का पूरा नाम सैन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट होता हैं।

5. कम्प्यूटर का वह स्थान जहाँ सभी सूचनाओं, आकडों एवं निर्देशों को स्टोर करके रखा जाता है मेमोरी कहलाती है।

6. ए. एल.यू. का पूरा नाम एरिथमेटिक लॉजिक यूनिट होता हैं।

7. सी. यू. का पूरा नाम कंट्रोल यूनिट होता हैं।

What is Memory (मेमोरी क्या हैं?)

यह Device Input Device के द्वारा प्राप्त निर्देशों को Computer में संग्रहण (Store) करके रखता है। इसे Computer की याददाश्त भी कहाँ जाता है। मानव में कुछ बातों को याद रखने के लिये मष्तिस्क होता है, उसी प्रकार Computer में डाटा को याद रखने के लिए मेमोरी (Memory) होती हैं। यह मैमोरी C.P.U का अभिन्न अंग है, इसे Computer की मुख्य मेमोरी (Main memory), आंतरिक मेमोरी (Internal Memory), या प्राथमिक मेमोरी (Primary Memory) भी कहते हैं।

" किसी भी निर्देश, सूचना, अथवा परिणामों को स्टोर करके रखना मेमोरी कहलाता हैं। "

कंप्यूटरों में एक से अधिक मेमोरी होती है हम उनको सामान्यतः प्राथमिक (Primary) व द्वितीयक (Secondary) मेमोरी के रूप में वर्गीकृत कर सकते हैं। प्राथमिक मेमोरी अस्थिर (Volatile) तथा स्थिर (Non-Volatile) दोनों प्रकार कि होती है। अस्थिर मेमोरी (Temprery Memory) डेटा को अस्थाई रूप से कंप्यूटर ऑन होने से लेकर कंप्यूटर बंद होने तक ही रखते है अर्थात कंप्यूटर अचानक बंद होने या 

on-Volatile) दाना प्रकार कि होता है आस्थर मेमोरी (Temprery Memory) डेटा को अस्थाई रूप से कंप्यूटर ऑन होने से लेकर कंप्यूटर बंद होने तक ही रखते है अर्थात कंप्यूटर अचानक बंद होने या बिजली के जाने पर कंप्यूटर से डाटा नष्ट हो जाता है स्थिर मेमोरी (Permanent Memory) आपके कंप्यूटर को प्रारंभ करने में सहायक होती हैं। इसमें कुछ अत्यंत उपयोगी फर्मवेयर होते है जो कंप्यूटर को बूट करने में मदद करते है बूटिंग कंप्यूटर को शुरू करने कि प्रक्रिया को कहा जाता है इसे मुख्य मेमोरी कहा जाता है। द्वितीयक संग्रहण वह है जो हमारे डाटा को लंबे समय तक रखता है द्वितीयक संग्रहण कई रूपों में आते हैं। फ्लोपी डिस्क, हार्ड डिस्क, सी.डी. आदि |

बिट अथवा बाइट

मेमोरी में स्टोर किया गया डाटा 0 या 1 के रूप में परिवर्तित हो जाता है 0 तथा 1 को संयुक्त रूप से बाइनरी डिजिट कहा जाता है। संक्षेप में इन्हें बिट भी कहा जाता है। यह बिट कंप्यूटर कि मेमोरी में घेरे गे स्थान को मापने की सबसे छोटी इकाई होती हैं।

8 Bits = 1 Bytes
1024 Bytes = 1 Kilobyte (1 KB)
1024KB = 1 Megabyte (1MB)
1024 MB = 1 Gigabyte (1 GB)
1024 GB 1 Terabyte (1 TB)

मेमोरी के प्रकार (Types of Memory)

1. प्राइमरी मेमोरी (Primary Memory)

2. सेकंडरी मेमोरी (Secondary Memory)

प्राइमरी मेमोरी (Primary Memory)

Memory कंप्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण भाग है जहाँ डाटा, सूचना एवं प्रोग्राम प्रक्रिया के दौरान उपस्थित रहते है और आवश्यकता पड़ने पर तत्काल उपलब्ध रहते है यह मेमोरी अस्थिर मेमोरी होती है क्योंकि इसमें लिखा हुआ डाटा कंप्यूटर बंद होने या बिजली के जाने पर मिट जाता है प्राइमरी मेमोरी कहलाती हैं। इसे प्राथमिक मेमोरी या मुख्य मेमोरी भी कहते हैं।




प्राइमरी मेमोरी मुख्यतः दो प्रकार की होती है

1. रैम (RAM)

2. रोम (ROM)

1. RAM (Random Access Memory)

RAM या Random Access Memory कंप्यूटर की अस्थाई मेमोरी (Temprery Memory) होती हैं। की-बोर्ड या अन्य किसी इनपुट डिवाइस से इनपुट किया गया डाटा प्रक्रिया से पहले रेम में ही संगृहीत किया जाता है और सी.पी. यू. द्वारा आवश्यकतानुसार वहाँ से प्राप्त किया जाता है रैम में डाटा या प्रोग्राम अस्थाई रूप से संगृहीत रहता है कंप्यूटर बंद हो जाने या विजली चले जाने पर रैम में संगृहीत (Store) डाटा मिट जाता हैं। इसलिए रैम को Volatile या अस्थाई मेमोरी कहते है। रैम की क्षमता या आकार कई प्रकार के होते है जैसे कि 4 MB, 8 MB, 16 MB, 32 MB, 64 MB, 128 MB, 256 MB आदि | रैम तीन प्रकार कि होती हैं।

1. Dynamic RAM

2. Synchronous RAM
 3. Static RAM

• Dynamic RAM

Dynamic RAM को संक्षिप्त में डीरैम (DRAM) कहा जाता है। रैम (RAM) में सबसे अधिक साधारण डीरैम (DRAM) है तथा इसे जल्दी जल्दी रिफ्रेश (Refresh) करने कि आवश्यकता पड़ती हैं। रिफ्रेश का अर्थ यहाँ पर चिप को विधुत अवशेषी करना होता है यह एक सेकंड में लगभग हजारों बार रिफ्रेश होता है। तथा प्रत्येक बार रिफ्रेश होने के कारण यह पहले कि विषय वस्तु को मिटा देती है इसके जल्दी जल्दी रिफ्रेश होने के कारण इसकी गति (Speed) कम होती हैं।

Synchronous RAM

Synchronous RAM डीरैम ( DRAM) कि अपेक्षा ज्यादा तेज हैं। इसकी तेज गति का कारण यह है कि यह सी.पी. यू. की घड़ी कि गति के अनुसार Refresh होती हैं। इसीलिए ये डीरेम कि अपेक्षा डाटा (Data) को तेजी से स्थानांतरित (Transfer) करता है।

• Static RAM
 Static RAM ऐसी रैम है जो कम रिफ्रेश होती हैं। कम रिफ्रेश (Refresh) होने के कारण यह डाटा को मेमोरी में अधिक समय तक रखता है। डीरैम की अपेक्षा एस रेम तेज तथा महँगी होती हैं।

ROM

RAM

2. ROM (Read only memory)

रोम का पूरा नाम रीड ऑनली मेमोरी होता है। यह स्थाई मेमोरी (Permanent memory) होती है जिसमे कंप्यूटर के निर्माण के समय प्रोग्राम Store कर दिये जाते हैं। इस मेमोरी में Store प्रोग्राम परिवर्तित और नष्ट नहीं किये जा सकते है, उन्हें केवल पढ़ा जा सकता हैं। इसलिए यह मेमोरी रीड ऑनली मेमोरी कहलाती हैं। कंप्यूटर का स्विच ऑफ होने के बाद भी रोम में संग्रहित डाटा नष्ट नहीं होता हैं। अतः रोम नॉन-वोलेटाइल या


. PROM (Programmable Read OnlyMemory)
  EPROM (Erasable Programmable Read Only Memory)

 EEPROM (Electrical Programmable Read Only Memory)

PROM

PROM का पूरा नाम Programmable Read Only Memory होता है यह एक ऐसी मेमोरी है इसमें एक बार डाटा संग्रहित (Store) होने के बाद इन्हें मिटाया नहीं जा सकता और न ही परिवर्तन (Change) किया जा सकता है।

EPROM

EPROM का पूरा नाम Erasable Programmable Read Only Memory होता है यह प्रोम (PROM) की तरह ही होता है लेकिन इसमें संग्रहित प्रोग्राम (Store Program) को पराबैगनी किरणों (Ultraviolet rays) के द्वारा ही मिटाया जा सकता है और नए प्रोग्राम संग्रहित (Store) किये

EEPROM

EEPROM का पूरा नाम Electrical Programmable Read Only Memory star हैं। एक नई तकनीक इ-इप्रोम (EEPROM) भी है जिसमे मेमोरी से प्रोग्राम को विधुतीय विधि से मिटाया जा सकता है।

सरल शब्दों में सारांश (Summary Words)

1. किसी भी निर्देश, सूचना, अथवा परिणामों को स्टोर करके रखना मेमोरी कहलाता है।

2. मेमोरी C.P.U का अभिन्न अंग है, इसे Computer की मुख्य मेमोरी (Main memory), आंतरिक मेमोरी (Internal. Memory), या प्राथमिक मेमोरी (Primary Memory) भी कहते हैं।

3. रेम का फुल फॉर्म रेंडम एक्सेस मेमोरी होता है।

4. रेंडम एक्सेस मेमोरी कम्प्यूटर की अस्थाई मेमोरी होती हैं।

5. रोम का फुल फॉर्म रीड ऑनली मेमोरी होता हैं।

16. रीड जॉनली मेमोरी कम्प्यूटर की स्थाई मेमोरी होती हैं।

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